हृदय के 20 रोग | Heart Disease in Hindi

आजकल की टेक्नोलॉजी वाली दुनिया में अनेकों बीमारियों का जन्म हो रहा है तथा यह बीमारियां भयानक रूप लेती जा रही है। उन्हीं बीमारियों में से हृदय की बीमारियां पहले स्थान पर आ गई है। इन बीमारियों को जन्म देने वाले कारण हमारी आदतें, मानसिक तनाव, दूषित वातावरण, आधुनिक उपकरण का अधिक प्रयोग, गलत रहन सहन, बेमेल खानपान, बुरे व्यसन आदि ही हैं। वैसे तो ह्रदय के रोग कई प्रकार के होते हैं।

हृदय के 20 रोग

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ह्रदय के रोगों को जन्म देने वाले कारण

  • मानसिक तनाव
  • मांसाहारी चीजों का अधिक सेवन
  • शारीरिक परिश्रम ना करना
  • अनुवांशिकता
  • डायबिटीज
  • उच्च रक्तचाप
  • मोटापा
  • वसा युक्त भोजन का अधिक सेवन
  • क्रोध, चिंता
  • धूम्रपान
  • विटामिन बी और ई की कमी
  • कोलेस्ट्रोल का बढ़ना
  • मानसिक आघात

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हृदय रोगों के प्रकार | Types Of Heart Disease In Hindi

1.पेरिकार्डाइटिस- इस बीमारी में ह्रदय की आवरण में शोध होता है।

2.आर्टिकुलर फाइब्रिलेशन– इस रोग में हृदय की पेशियों में सिकुड़न आ जाती है।

3.कार्डियक डायटेलेशन-इस बीमारी में हृदय की गुहा के आकार में वृद्धि हो जाती है।

4.कोरोनरी थ्रोंबोसिस- इस बीमारी में हृदय की एक या एक से अधिक धमनियों में रुकावट आ जाती है।

5.हार्ट ब्लॉक- इस रोग में हृदय में रुकावट आ जाती है।

6.कन्जेस्टिव हार्ट फैलियर- यह रोग जन्मजात हृदय रोग है।

7.प्रीमेच्योर बीट्स-इस बीमारी में अपरिपक्व धड़कनों का सामना करना पड़ता है।

8.ब्रैडीकार्डिया- इस बीमारी में ह्रदय सामान्य गति से कम धड़कता है।

9.टेकीकार्डिया-इस बीमारी में ह्रदय सामान्य गति से अधिक धड़कता है।

10.एंजाइना पेक्टोरिस- इस रोग में हृदय की मांसपेशियों में रक्त संचार की कमी हो जाती है, जिसके कारण हृदय में तीव्र दर्द होता है और यह दर्द बाएं कंधे से लेकर पूरे हाथ तक फैल जाता है।

11.कार्डियक हाइपरट्रॉफी– हृदय के इस रोग में हृदय के आकार में परिवर्तन हो जाता है।

12.पेरिकार्डियल इन्फ्यूजन-इस बीमारी में हृदय के आसपास तरल पदार्थ जमा हो जाता है।

13.मायोकार्डियल डीजनरेशन- इस बीमारी में ह्रदय प्राचीर के अंदर की परत में क्षय होने लगता है।

14.एक्यूट कार्डिटिस- इस रोग में हृदय के आसपास तीव्रता से शोध होने लगता है।

15.अढेरेंट पेरिकार्डियम- इस बीमारी में पेरिकार्डियम चिपक जाती है।

16.दिल की मांसपेशियों की थकावट– इस बीमारी में हृदय की मांसपेशियां थक जाती हैं।

17.साइनस अतालता- इस बीमारी में हृदय धड़कने की तालमेल गड़बड़ हो जाती है।

18.हार्ट फेलियर- इस बीमारी में हृदय की धड़कन बंद हो जाती है।

19.आर्टिकुलर फ्लटर- इस रोग में हृदय के कार्य की गति अधिक तीव्र हो जाती है।

20.मायोकार्डिया इन्फ्रैक्शन-इस रोग में दिल का दौरा पड़ता है।

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